pages

Pages

Tuesday, October 29, 2013

और हिंदी दिवस गुज़र गया

और हिंदी दिवस गुज़र गया 
गुज़र गया एक बोझ जैसे 
गुजर गयी दकियानूसी खयालो की रश्म अदायगी 
कल से फिर वही फैशन परस्ती में किलबिलाते से अधखिले लफ्ज़ 
और अगले साल तक के लिए

No comments:

Post a Comment