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Tuesday, August 22, 2017

ल प्रे क 05 : secret admirer




भीगी रात के दुसरे पड़ाव में Anonymous messaging App “SaRaHa” पर उसका लिंक खोल कर वो सोच रही थी.

उसकी फ्रेंड ने अभी whatsapp किया था -“ इस लिंक को click करते ही खुलेगा तुम्हारे किस्मत का बॉक्स/पिटारा. भर देना अपनी ख्वाइशों से. सीधे उसके मोबाइल तक पहुँच जायेगा. सबसे मजेदार बात ये कि उसे पता भी नहीं चलेगा कि तुमने भेजा है. जानेमन! सुबह सुबह उसके फेसबुक की दिवार पर चिपक जायेगा ये पोस्टर.”

ब्लैक शर्ट वाली तेरी DP जबर्दश्त है यार! मैं तो अपने मोबाइल का वॉलपेपर बना लेती हूँ हर रात.”

उसे तो ऐसे मेसेज कितने आये होंगे? कहीं वो इस मेसेज को दोस्तों की शरारत न समझ ले. बैकस्पेस पे उँगलियाँ थपकाती हुई वो सोच रही थी-

उस दिन क्लास में तुम मेरे बगल वाली सीट पर बैठे थे, पूरा लेक्चर बाउंसर गया था. और तुम्हारे मांगने पर हड़बड़ी में मैंने जो पेन दिया था, उसका कैप अब तक सम्हाल कर रखा है मैंने.”

नहीं. ये भी नहीं भेजूंगी, ऐसे तो साफ़ पहचान लेगा मुझे. मैं भेजूं ही क्यों? मगर जब तक कहूँगी नहीं मेरे दिल पर एक बोझ सा टंगा रहेगा. अगर उसने मेरे मेसेज को पढ़ा ही नहीं या शेयर ही नहीं किया तो? ऐसा तो हो ही नहीं सकता. लड़कों को इतना तो समझती हूँ मैं.

योर स्माइल एंड योर आईज....”

तारीफ तो एकदम नहीं करना है. भाव ऐसे ही कम नहीं हैं उसके. ऊपर से हर फोटो पे लाइक्स से ज्यादा कमेंट्स आते हैं जनाब के. अच्छा तो कोई song ही dedicate कर दूँ क्या? मगर उसमे ओरिजिनालिटी नहीं होगी.

विल यु डेट मी ?

अँधेरे कमरे में उसके चेहरे पर बिखरती मोबाइल की रौशनी साफ़ दिखा गयी थी उसके होठों की कतारों में होने वाली हलचल को. शरमाते हुए तुरंत डिलीट किया गया ये मेसेज.
फिर कुछ घंटे यूँही छत को निहारने और उसके प्रोफाइल की सैर करने के बाद उसने बस ये लिखा-


“Hi! योर सीक्रेट admirer!”


#shortLoveStory #लप्रेक

ल प्रे क 04 : गाज़र का हलवा



"आंटी! पक्का मिल्क उतना ही मिलाना है न? ...थैंक यू"
"दो सालों में आजतक हमें तो कुछ नहीं खिलाया, उलटे ऑमलेट तक हम से बनवाती थी. " रूममेट डॉली नोट्स बनाते हुए बुदबुदाई.
"चुप कर चुड़ैल! अपनी नज़र मत लगा. ख़राब हुआ ना तो तेरे उस गिटारिस्ट को कह दूंगी कि तेरी एंजेल को भोजपुरी गाने पसंद हैं..." टिफ़िन खंगाल अपने दुपट्टे की नोक से पोछते हुए उसने धमकी का छोंका लगा दिया.
“अच्छा तो बनेगा ना? उसे ठीक नहीं लगा तो? मैं कह दूंगी कि जैसा भी हो तारीफ ही करना. लेकिन ये तो खाने की चीज़ है, मेरा चेहरा थोड़े है कि झूठी तारीफ कर पायेगा? जैसे ही मुंह में रखेगा चेहरे के भाव बता देंगे असलियत. देखूंगी ही नहीं मैं उसकी तरफ. और 7 बजे तो गर्ल्स हॉस्टल के पास वैसे भी अँधेरा हो जाता है, दिखेगा ही नहीं उसका चेहरा. लेकिन उसे तो पता है न कि मुझे मैगी के अलावा कुछ भी बनाना नहीं आता! कम से कम मेरे एफोर्ट्स की तो तारीफ करेगा ना? कह दूंगी कि सच बता दे, मुझे बिलकुल बुरा नहीं लगेगा....” अपनी कॉपी का आखिरी पेज फाड़ा, जिसपे ढेर सारे फेक सिग्नेचर और love टेस्ट किये हुए थे. टिफ़िन को अच्छी तरह लपेट कर पॉलि-बैग में रखा. एक चम्मच उसने इस बैग में रखा और एक चम्मच अपनी जेब में छुपाकर.
“अगर वो आया ही नहीं तो? कुछ काम पड़ गया उसे तो? मेरा सरप्राइज का प्लान? और फिर ये डॉली- बहुत मजाक उड़ाएगी मेरा! मैं फेंक दूंगी उधर ही, या अकेले बैठ के खा लुंगी. अगर देर से आया तो? ख़राब तो नहीं न हो जाएगा टेस्ट? उसकी किस्मत, मैं क्यों मरुँ ये सोच सोच कर.” हड़बड़ी में पानी का बोतल छोड़ वह हॉस्टल-गेट की तरफ भागी. पहली बार वो टाइम से पहले पहुँचने वाली थी.
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ल. प्रे. क 03: good morning


मेरी आदतों पर भी कब्जा जमाने लगे हो अब तो तुम. तुम्हारी तरह मैं भी अब मैगी मे सूप का पाउडर मिलाने लगी हूं और तेरे favorite सांग के solo guitar वाले sequence को ध्यान से सुनने लगी हूँ ताकि अगली बार जब तुम फोन पर guitar बजा के सुनाओ तो मैं honestly तारीफ कर सकूं. और इसी तरह सुबह सुबह तुम्हारे गुड मॉर्निंग मैसेज की लत लग गयी है मुझे. अलार्म लगा कर उठते होगे ना तुम मुझे रोज़ जगाने के लिए! I know कि मुझे उठा कर तुम फिर से सो जाते हो. मगर फिर भी दिन की शुरुआत अपने साथ कराने के लिए, रोज़ अलग अलग ढंग से गुड मॉर्निंग कहने के तरीके कहाँ से लाते हो? U know तुम्हारे message के ठीक 2 मिनट पहले मेरी नींद खुल जाती है मगर मैं उठती नहीं बस खुली पलकों से उस रिंगटोन का इंतज़ार करती हूं. पर आज पूरे 14 मिनट ज्यादा हो गए, कहाँ रह गये तुम? कहीं interest तो कम नही हो रहा तुम्हारा? आज जल्दी उठना था मुझे तुम्हें बताया था ना मैंने? लापरवाह होने लगे हो तुम! तबीयत तो खराब नहीं हो गयी तुम्हारी? मैं खुद से कॉल कर लूं क्या, लेकिन मैं तेरा रिकॉर्ड नहीं तोड़ना चाहती. जाओ नहीं चाहिए तुम्हारा कोई message, उसके बिना भी मेरा दिन अच्छा ही जाएगा. जाएगा ना? बोलो ना? बहुत बदल गये हो तुम अब......
"good morning to the prettiest girl on earth... " रिंगटोन बजा.
और नींद के बचे खुचे हिस्से के साथ उसके माथे से चिंता की लकीरें गायब हो गयी थी और लबों से खुशनुमा एहसास सुबह की किरण के साथ बिखरने लगे थे.


ल. प्रे. क. 02: favourite



जब भी मैं तुम्हें कहती हूँ कि वो वाला song मेरा favourite है, तो तुम्हें क्या लगता है कि मैं बस बात करते करते कुछ भी बोल रही हूँ? या फिर कहीं ऐसा तो नहीं ना सोचते तुम, कि ऐसे बस एक और टॉपिक छेड़ देती हूँ मैं, बातचीत जारी रख सकने के लिए, जब भी हम दोनों एक साथ बोल पड़ते हैं - 'और बताओ'!
नहीं नहीं यार! तुम सुनते हो मेरे favourite song को, i know. ख़ास तौर पर जब तुम अपने दोस्तों के बीच होते हो और कही से मेरा वाला गाना बज जाये तो तुम्हें मेरा खयाल जरूर आता है, ये भी अच्छी तरह से जानती हूँ मैं. मगर मैं बस पूछ रही थी कि क्या तुमने कभी सोचा है कि वही song मेरा favourite क्यों है? या मेरे सैकड़ों favourite में से वही क्यो बताया गया है तुम्हें? क्या तुम भी रुकते हो सुनते सुनते उसी लाइन पर जिस पर मैं रुक जाती हूँ? जानते हो, सिर्फ उसी दो लाइंस के लिए मैं पूरे सांग को बार बार सुनती हूं! हाँ मुझे पता है कि जब तक मैं बताऊँ ना, कोई नहीं जान पाएगा कि मुझे किस लाइन पर ठहरने और खुद से रिलेट करने का सुख प्राप्त होता है. मेरी बेवकूफी पर हंसना मत. मगर सच में मैं तुमसे ये expect करती हूँ कि तुम बिन बताए समझ जाओ मेरे लिए किसी भी चीज़ के favourite होने के मायने! काश!

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Ⓒ Govind Madhaw

ल.प्रे.क.01: मैसेज


अब कभी मैसेज नहीं करूंगी उसको.
नही नहीं! तब तक नहीं करूंगी जब तक वो तरस नहीं जाता मेरे मैसेज के लिए. हाँ! 
आज तो बिल्कुल भी नहीं करूंगी.
बहुत attitude है न उसमे! समझ के क्या रखा है खुद को उसने? वो reply नहीं करेगा तो मत करे. मैं कौन सा जो उसके इंतज़ार में मरी जा रही हूँ? Ignore करना मुझे भी आता है. आज दिन भर इनबॉक्स ही नहीं देखूंगी, भले जवाब के इंतज़ार में तड़पता रहेगा आज.
ऐसा सोचते सोचते भर में वह ना जाने कितनी बार उसे "हैलो! कहाँ हो तुम! मिसिंग यू!" वाले मैसेज भेज चुकी थी!