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Tuesday, August 22, 2017

ल.प्रे.क.01: मैसेज


अब कभी मैसेज नहीं करूंगी उसको.
नही नहीं! तब तक नहीं करूंगी जब तक वो तरस नहीं जाता मेरे मैसेज के लिए. हाँ! 
आज तो बिल्कुल भी नहीं करूंगी.
बहुत attitude है न उसमे! समझ के क्या रखा है खुद को उसने? वो reply नहीं करेगा तो मत करे. मैं कौन सा जो उसके इंतज़ार में मरी जा रही हूँ? Ignore करना मुझे भी आता है. आज दिन भर इनबॉक्स ही नहीं देखूंगी, भले जवाब के इंतज़ार में तड़पता रहेगा आज.
ऐसा सोचते सोचते भर में वह ना जाने कितनी बार उसे "हैलो! कहाँ हो तुम! मिसिंग यू!" वाले मैसेज भेज चुकी थी!


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