Thursday, October 13, 2016

RIMSonian's Oath

हर रिम्सोनियन का संकल्प!
मैं एक रिम्सोनियन हूँ.

रिम्स/RMCH से जुड़कर मेरा दूसरा जन्म हुआ है- क्यों कि अपने कर्तव्य को समझ लेना और उसे पूरा करने की क्षमता विकसित कर लेना- यही तो दूसरा जन्म है. रिम्स मेरे माँ-बाप की तरह है.

मुझे मेरी पहचान रिम्स ने दी है. रिम्स ने ही दिया है मुझे मेरे जीवन का रास्ता. स्कूल से निकलते ही न जाने कितने चौराहे आ गए थे मेरे सामने-मगर मेरा सौभाग्य! फिर मेरे नाम का सबसे प्रतिष्ठित हिस्सा भी यही से मिला मुझे. सच इस उपसर्ग के बिना मैं एक साधारण मनुष्य था- जिंदगी की अबूझ पहेलियों से एकदम अनजान.

रिम्स –मेरा परिवार है. सुख-दुःख, सफलता-विफलता और एकाकी-सामुदायिक हर तरह के पल को साझा किया है मैंने इसके साथ. यहीं मिले मुझे नायब रिश्ते जिनकी खुशबू से मेरे लम्हे महकते हैं. मेरी जिंदगी के सबसे बेशकीमती साल यही पे गुजरे.

नाम,योग्यता,प्रतिष्ठा,पुरस्कार,रिश्ते,यादें,जूनून,आदत,जरुरत और मोहब्बत: सब यही मिले मुझे. ऐसे खजानों से भरा समंदर है ये. इस समंदर ने अपनी बूंदों से न सिर्फ मुझ जैसे सीप में मोती भरा है, बल्कि मुझ जैसे कितने चमकते तारे इस संसार में बिखेरे हैं .इस आकाशगंगा के सितारे अपनी टिमटिमाहट से पूरी दुनिया में स्वास्थ्य की शीतलता बाँट रहे हैं.

झारखण्ड राज्य के निवासियों के स्वस्थ जीवन के लिए लगभग आधी सदी से दिन-रात-गर्मी-बरसात की परवाह किये बिना हमारा रिम्स लगा हुआ है. यह एक ऐसा बरगद है जिसकी छांव ने शीतलता प्रदान की है- राज्य के करोडो रोगियों को, जीवन विज्ञानियों को, सेवा-श्रधा रूपी नर्सों को, चिकित्सा के छात्रो-शिक्षको को और अपने कर्मचारियों को.

प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से रिम्स से जुड़ा हर व्यक्ति –रिम्स परिवार का हिस्सा है. रिम्स से जुड़कर हम गौरवान्वित होते हैं. रिम्स हमारी प्रतिष्ठा है.

आज हम सभी रिम्सोनियन ये संकल्प लेते हैं कि-

जैसे पूजते माँ-बाप को, रिम्स की आराधना में भी अपने सर को झुकायेंगे.
जब तक हमारी पहचान है, रिम्स के आन-बान-शान में अपनी साँस लुटाएंगे.
इस परिवार से कभी अलग ना होंगे , रिश्तो के तार मजबूत करते जायेंगे.
इस समन्दर की पवित्र-सजीव-विशाल लहरों की गूंज पूरी दुनिया को सुनायेंगे.
इस आकाशगंगा के सितारे हैं हम- पूरी दुनिया में जिंदगी की रौशनी फैलायेंगे.
इस बरगद को सींचते रहेंगे – और मानवता रूपी इसकी जड़ों को धरती के प्रेम-उदारता-निष्ठा-दया रूपी ह्रदय तक पहुंचाएंगे.

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