Tuesday, August 22, 2017

ल. प्रे. क 03: good morning


मेरी आदतों पर भी कब्जा जमाने लगे हो अब तो तुम. तुम्हारी तरह मैं भी अब मैगी मे सूप का पाउडर मिलाने लगी हूं और तेरे favorite सांग के solo guitar वाले sequence को ध्यान से सुनने लगी हूँ ताकि अगली बार जब तुम फोन पर guitar बजा के सुनाओ तो मैं honestly तारीफ कर सकूं. और इसी तरह सुबह सुबह तुम्हारे गुड मॉर्निंग मैसेज की लत लग गयी है मुझे. अलार्म लगा कर उठते होगे ना तुम मुझे रोज़ जगाने के लिए! I know कि मुझे उठा कर तुम फिर से सो जाते हो. मगर फिर भी दिन की शुरुआत अपने साथ कराने के लिए, रोज़ अलग अलग ढंग से गुड मॉर्निंग कहने के तरीके कहाँ से लाते हो? U know तुम्हारे message के ठीक 2 मिनट पहले मेरी नींद खुल जाती है मगर मैं उठती नहीं बस खुली पलकों से उस रिंगटोन का इंतज़ार करती हूं. पर आज पूरे 14 मिनट ज्यादा हो गए, कहाँ रह गये तुम? कहीं interest तो कम नही हो रहा तुम्हारा? आज जल्दी उठना था मुझे तुम्हें बताया था ना मैंने? लापरवाह होने लगे हो तुम! तबीयत तो खराब नहीं हो गयी तुम्हारी? मैं खुद से कॉल कर लूं क्या, लेकिन मैं तेरा रिकॉर्ड नहीं तोड़ना चाहती. जाओ नहीं चाहिए तुम्हारा कोई message, उसके बिना भी मेरा दिन अच्छा ही जाएगा. जाएगा ना? बोलो ना? बहुत बदल गये हो तुम अब......
"good morning to the prettiest girl on earth... " रिंगटोन बजा.
और नींद के बचे खुचे हिस्से के साथ उसके माथे से चिंता की लकीरें गायब हो गयी थी और लबों से खुशनुमा एहसास सुबह की किरण के साथ बिखरने लगे थे.


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